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पर्सनल फाइनेंस कर सकता है प्रभावित
इक्विटी बाजारों में शैडो एआई के निहितार्थ गहरे हैं। एआई-संचालित ट्रेडिंग एल्गोरिदम अस्थिरता को बढ़ा सकते हैं और बाजार में हेरफेर के लिए इसका फायदा उठाया जा सकता है। नियामकों को इन विकासों के साथ तालमेल बनाए रखने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि एआई का तेजी से विकास नियामक निरीक्षण से आगे निकल जाता है। पर्सनल फाइनेंस भी प्रभावित हो सकता है, एआई-संचालित उत्पाद संभावित रूप से पूर्वाग्रह प्रदर्शित करते है, जो वित्तीय सेवाओं तक पहुंच को प्रभावित करते है। गोपनीयता संबंधी चिंताएं भी है, क्योंकि शैडो एआई सिस्टम की ओर से एकत्र किए गए व्यक्तिगत वित्तीय डेटा का दुरुपयोग किया जा सकता है, जिससे व्यक्तियों की वित्तीय सुरक्षा से समझौता हो सकता है।
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म्यूचुअल फंड निवेशक भी जोखिमों से अछूते नहीं
टेलविंड फाइनेंशियल सर्विसेज के एमडी ऋषभ गोयल का कहना है कि म्यूचुअल फंड निवेशक इन जोखिमों से अछूते नहीं हैं। एआई एल्गोरिदम का उपयोग करने वाले फंड कुछ स्थितियों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन बाजार में उथल-पुथल के दौरान उन्हें महत्वपूर्ण नुकसान भी हो सकता है। पारदर्शिता के मुद्दे निवेशकों के लिए एआई-संचालित रणनीतियों से जुड़े जोखिमों को समझना मुश्किल बना देते हैं। गोयल का कहना है कि इन जोखिमों को कम करने के लिए, हितधारकों को सुरक्षा उपाय विकसित करने के लिए सहयोग करना चाहिए। इसमें एआई-संचालित उत्पादों के लिए पारदर्शिता आवश्यकताओं को लागू करना, साइबर सुरक्षा उपायों को बढ़ाना और निवेशकों के बीच वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देना शामिल है। वित्त में एआई को नियंत्रित करने वाले नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने में नियामक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
Artifical Intelligence: वित्तीय बाजारों में शैडो एआई का उदय, निवेशकों की चिंता बढ़ी | Rise of shadow AI in financial markets, investors worried – New Update
Credit : Rajasthan Patrika